केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने मंगलवार को कहा कि बातचीत से नहीं, बल्कि सभी को खुले दिल से गले लगाने से सामाजिक समरसता आती है।
उनकी यह टिप्पणी अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) और समाज के हाशिए पर पड़े वर्गों से जुड़ी चार हस्तियों की कहानियों के संग्रह अवर लाइफ, अवर मेमोरीज के प्रकाशन के दौरान आई थी।
यह पुस्तक आशा लकड़ा, दिवंगत अनिकेत, कालीराम और धनराज की चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों और आगे बढ़ने के उनके अथक संघर्ष को दर्शाती है।
इसमें दिखाया गया है कि कैसे उन्होंने अपनी सामान्य परिस्थितियों के बावजूद अपने आसपास के लोगों को प्रेरित किया।
आरएसएस के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर ने कहा, ‘एबीवीपी या संघ की विचारधारा लोगों की सोच का विस्तार करती है। यह लोगों में नफरत के बजाय देश के लिए प्यार भरता है। यह उन्हें उनके अपने संगठन तक ही सीमित नहीं रखता है, बल्कि “उन्हें राष्ट्र की सेवा करने और अपने निजी जीवन में उत्कृष्टता प्राप्त करने का अवसर प्रदान करता है।”
राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग के अध्यक्ष हर्ष चौहान ने कहा: “यह पुस्तक न केवल एबीवीपी कार्यकर्ताओं के जीवन को चित्रित करती है, बल्कि यह इस बात का भी प्रमाण है कि कैसे सामान्य लोग असाधारण कार्यों को पूरा करते हैं। ये कहानियाँ युवाओं को प्रेरित करेंगी और इस पुस्तक को पढ़ने से उनके आत्मविश्वास और विश्वास की प्रेरणा मिलेगी कि वे भी महान चीजें प्राप्त कर सकते हैं।
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पहले प्रकाशित: मई 16, 2023 | रात 11:50 बजे है
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