2023 को कार्यकुशलता का वर्ष बनाने के मार्क जुकरबर्ग के फैसले ने भारत सहित मेटा के कर्मचारियों को परेशान कर दिया है, क्योंकि कंपनी अपने संचालन में लगभग 10,000 नौकरियों में कटौती करती है। छंटनी आज से शुरू होने वाली है।
मेटा इंडिया के एक कर्मचारी के मुताबिक, हर कोई यह देखने के लिए उत्सुकता से इंतजार कर रहा है कि क्या वे कंपनी के लिए काम करना जारी रखते हैं। फेसबुक, इंस्टाग्राम और व्हाट्सएप के कुछ कर्मचारियों को कंपनी छोड़ने के लिए कहे जाने पर संदेशों को बेहतर ढंग से संसाधित करने के लिए घर से काम करने का आदेश दिया गया है।
मेटा नवंबर 2022 से दुनिया भर में नौकरियों में कटौती कर रहा है। नवंबर में हुए पहले दौर में विभिन्न विभागों के 11,000 कर्मचारी प्रभावित हुए थे। दूसरे दौर की घोषणा मार्च में मार्क जुकरबर्ग ने की थी, जिन्होंने कहा था कि कंपनी आने वाले महीनों में 10,000 और नौकरियों में कटौती करेगी। उन्होंने कहा कि छंटनी एक कठिन माहौल में कंपनी के वित्तीय प्रदर्शन को बेहतर बनाने पर केंद्रित “दक्षता के वर्ष” का हिस्सा है।
अब तक मेटा इंडिया के कर्मचारियों पर सीमित प्रभाव पड़ा है। ऐसा इसलिए है क्योंकि भारत में मेटा का राजस्व मार्च 2022 को समाप्त होने वाले वर्ष में पहली बार 2 बिलियन डॉलर को पार कर गया। फेसबुक, व्हाट्सएप और इंस्टाग्राम की मूल कंपनी मेटा ने 16.189 बिलियन योय के सकल विज्ञापन राजस्व की रिपोर्ट की) 74 प्रतिशत की दर।
#भरत #म #मट #करमचर #घबरए #हए #ह #कयक #कपन #छटन #शर #कर #रह #ह